दोस्तों अगर आप एंड्राइड इस्तेमाल करते है तो कभी न कभी आप लोगो के साथ भी हुआ ही होगा के हमारे एंड्राइड में बेक ग्राउंड में चलने वाली अप्पस या जो बहोत ही कम इस्तेमाल में आती है वो अप्पस काफी सारा स्पेस ले लेती है जिस से फ़ोन को प्रोसेसिंग में प्रोब्लम आना सुरु हो जाता है और हमारे पास उनको उनिन्स्ताल्ल करने के अलावा कोई आप्शन नही रहता | इस प्रोब्लम से परेसान यूजर के लिए अब गूगल रास्ता खोज रही है जी हा दोस्तों गूगल अपने नये ऑपरेटिंग सिस्टम 8.1 ओरियो में ये सुविधा लेके आने वाला है |
यूजर्स तक ऐंड्रॉयड 8.1 के पहुंचने में अभी वक्त लग सकता है क्योंकि अभी भी कई कंपनियां अभी भी ऐंड्रॉयड 8.0 की इन्टरनल टेस्टिंग कर रही हैं। नोकिया स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी एचएमडी ग्लोबल ने भी हाल ही में ऐंड्रॉयड 8.0 ओरिय बीटा की टेस्टिंग खत्म की है और कहा है कि इसे जल्द ही स्मार्टफोन्स में दिया जाने लगेगा। सैमसंग ने सबसे पहले अपने फ्लैगशिप फोन गैलक्सी एस8 में इस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया है।
गूगल अभी भी सभी ऐंड्ऱॉयड यूजर्स के लिए ऐंड्रॉयज 8.0 ओरियो जारी किए जाने पर काम कर रहा है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम कई नए फीचर्स के साथ आ रहा है लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि इसका सबसे जरूरी फीचर ऐंड्रॉयड 8.1 में दिया जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ऐंड्रॉयड 8.1 में ऐसा एक नया फीचर आएगा जो यूजर्स के लिए उनके हैंडसेट में कुछ स्पेस बचाकर रखेगा। हालांकि महंगे हैंडसेट के साथ इस तरह की समस्या नहीं आती है क्योंकि इनमें पहले ही काफी ज्यादा इनबिल्ट स्पेस दिया जाता है लेकिन बजट ऐंड्रॉयड ऐप के साथ यूजर्स को इन समस्याओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि यह 8 या 16GB की इनबिल्ट स्टोरेज के साथ आते हैं।
यह फीचर एंड्राइड के ओपन सोर्स प्रोजेक्ट पर हॉल ही में देखा गया है |इसमें बताया गया है की अगर डिवाइस में लो स्पेस होता तो यह अपने आप डिटेक्ट कर लेता है और फिर हैंडसेट के इनऐक्टिव ऐप्स को स्पेस बचाने के लिए छोटा कर देता है। यह फीचर पहले पता लगाता है कि कौन सी ऐप्स इनऐक्टिव हैं और काफी समय से यूजर द्वारा इस्तेमाल नहीं की गई है।
यूजर्स तक ऐंड्रॉयड 8.1 के पहुंचने में अभी वक्त लग सकता है क्योंकि अभी भी कई कंपनियां अभी भी ऐंड्रॉयड 8.0 की इन्टरनल टेस्टिंग कर रही हैं। नोकिया स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी एचएमडी ग्लोबल ने भी हाल ही में ऐंड्रॉयड 8.0 ओरिय बीटा की टेस्टिंग खत्म की है और कहा है कि इसे जल्द ही स्मार्टफोन्स में दिया जाने लगेगा। सैमसंग ने सबसे पहले अपने फ्लैगशिप फोन गैलक्सी एस8 में इस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया है।